tag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post1646671061756158426..comments2023-10-31T18:36:02.752+05:30Comments on विचार शून्य: और वो कुत्ता मुझे सीरियस कर गया......VICHAAR SHOONYAhttp://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-80952523587363797632011-02-24T08:50:34.560+05:302011-02-24T08:50:34.560+05:30.
अमित जी ,
आपकी आपत्ति बेहद उचित है । व्यस्तता ....<br /><br />अमित जी ,<br /><br />आपकी आपत्ति बेहद उचित है । व्यस्तता के चलते कमेन्ट कर पाना अक्सर मुश्किल हो जाता है । आशा है आप मेरी अज्ञानता के प्रति क्षमा दृष्टि रखेंगे ।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-17664385607171110062011-02-24T08:49:54.589+05:302011-02-24T08:49:54.589+05:30.
विचार शून्य जी ,
जिस कुत्ते ने आपको काटा है , ....<br /><br />विचार शून्य जी ,<br /><br />जिस कुत्ते ने आपको काटा है , उस पर धारा ३०३ के तहत - " attempt to rabies " का मुकदमा चलना चाहिए । <br /><br />आपकी अगली पोस्ट भी अच्छी लगी । उसके लिए आभार ।<br /><br />उसके बाद वाली नवीनतम पोस्ट तो और भी अच्छी लगी । उसके लिए बधाई ।<br /><br />अंशुमाला जी ने सही लिखा है । मेरे ह्रदय में अब आपके लिए विशेष स्थान है । आपके लिए मेरा स्नेह अब द्विगुणित हो गया है । <br /><br />आपके सतत लेखन के लिए मेरी अशेष शुभकामनायें ।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-51366000014560139212011-02-22T09:53:24.496+05:302011-02-22T09:53:24.496+05:30@सच कहूँ तो मैं quality में विश्वास रखता हूँ quant...@सच कहूँ तो मैं quality में विश्वास रखता हूँ quantity में नहीं.<br /><br />ये पढ़ के मैं निराश हो गया :(<br /><br />कित्ती सारी टिप्पणियाँ कर दी मैंने ! मैं quantity पर कंट्रोल नहीं रख पाता quality का पता नहीं :(<br />(कोई टिप्पणी बेकार लगे तो हटा सकते हैं.. हम तो भाई जैसे हैं वैसे रहेंगे :)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-47428489539429921772011-02-22T09:43:46.850+05:302011-02-22T09:43:46.850+05:30{पिछली टिपण्णी में सुधार}
@पाण्डेय जी
(मित्रों वा...{पिछली टिपण्णी में सुधार} <br />@पाण्डेय जी<br />(मित्रों वाली सलाह)<br />आप मेरी नज़रों में एक बेहतरीन ब्लोगर हैं और आप की "बिना कमेन्ट वाली पोस्ट" की आप जैसे ब्लोगर्स को कोई आवश्यकता नहीं .... बिलकुल नहीं ... "कमेन्ट वाली पोस्ट" की तो बिलकुल भी नहींएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-91109690268374800902011-02-22T09:39:06.918+05:302011-02-22T09:39:06.918+05:30@पाण्डेय जी
(मित्रों वाली सलाह)
आप मेरी नज़रों में...@पाण्डेय जी <br />(मित्रों वाली सलाह)<br />आप मेरी नज़रों में एक बेहतरीन ब्लोगर हैं और आप की "बिना कमेन्ट वाली पोस्ट" की आप जैसे ब्लोगर्स को कोई आवश्यकता नहीं .... बिलकुल नहीं ...एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-31187777779563213252011-02-22T09:27:25.501+05:302011-02-22T09:27:25.501+05:30@ये गलत बात है अपनी बात कह दी और दूसरो को कहने का ...@ये गलत बात है अपनी बात कह दी और दूसरो को कहने का मौका नहीं दिया<br /><br />प्रिय बहन अंशुमाला जी<br />इस तरह अगर खेल चलने लगे तो ना जाने कितने भाई / बहन लपेटे में आयेंगे .... क्योंकि मेरी टिप्पणियाँ उड़ाने वाले भी इस तरह की पोस्ट + टिप्पणियों के हकदार हैं<br />(आप समझ रही हैं ना :)) ...... या स्पष्ट करना पड़ेगा ?:)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-23496392517752846832011-02-22T09:21:27.669+05:302011-02-22T09:21:27.669+05:30अब मुझे पर भी कथित तौर पर "भड़ास" निकालने...अब मुझे पर भी कथित तौर पर "भड़ास" निकालने का आरोप लगे इससे पहले में स्पष्ट कर दूँ मैंने लेख में मेरा नाम था इस लिए कुछ लिखा है <br /><br />जहां तक पाण्डेय जी पर लगे आरोप की बात है मुझे इतना कहना है की "ये तो होना ही था" उन्हें वो पोस्ट (मेरा मतलब उस आये कमेन्ट ) देखने चाहिए जिसके बाद मैंने ब्लॉग विशेष पर जाना बंद किया ..... जहां देशभक्ति और मन भक्ति मिक्स होती हो ऐसे ब्लोग्स पर ना जाना तो ही बेहतर है <br />नोट : ये बात ई - मेल से भी कह सकता था .. है ना ?:)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-23057078129565650142011-02-22T09:13:25.252+05:302011-02-22T09:13:25.252+05:30@मैंने तो गौरव अग्रवाल जैसे प्रतिभा संपन्न ब्लॉगर ...@मैंने तो गौरव अग्रवाल जैसे प्रतिभा संपन्न ब्लॉगर को अपने ब्लॉग पर टिपण्णी करने से हतोत्साहित ही किया था. <br /><br />वो भूली दास्ताँ .....लो फिर याद आ गयी ......<br />हम तो इतना ही कहेंगे आपके और मेरे बीच जो मिस अंडर स्टेंडिंग हुई थी उसमें अगर किसी भी तीसरे निष्पक्ष राय देने वाले से पूछे तो आप ही सही है और लोजिकली थे भी ..मतलब सच मेरी टिप्पणियाँ जी हुजूरी टाइप की लगती होंगी ..हाँ बस रीपीट करने से [मेल के बाद पोस्ट पर ] थोड़ा सा मामला बराबरी में आ गया था :) जो कमीं मेरी ओर से थी वो शब्दकोश की कमी हो सकती है शायद (अभी तक तक बढाया जा रहा है :)) ) लेकिन सच उससे मुझे ही फायदा हुआ थोड़ा लिखने पर कंट्रोल आया दूसरा सबसे महत्वपूर्ण आप जैसे मित्र मिलेएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-49949054583014356982011-02-21T19:10:03.518+05:302011-02-21T19:10:03.518+05:30"मेरी पोस्ट पर बहुत लंबा चौड़ा डिस्क्लेमर चेप..."मेरी पोस्ट पर बहुत लंबा चौड़ा डिस्क्लेमर चेप कर आये हो तुम, वो भी दो दो बार। क्या सोचा ऐसे आसानी से निकल जाओगे?:)) हमारी टिप्पणी नापसंद आती हो तो सीधे लफ़्जों में कहना होगा कि संजय जी, कृपया टिप्पणी न करें, काहे से कि तुम्हारी तरह "मैं लोगों के मन में छिपी बातों को नहीं पढ़ पाता।" ये जवाब तुम्हारी कल के कमेंट का।<br /><br />अब उस पोस्ट का कमेंट, जिस पर टिप्पणी ऑप्शन नहीं रखा -<br />बड़े नौटंकी बाज आदमी हो यार तुम। कहीं का नजला कहीं उतारा है तुमने। मैं खुद नॉन-सीरियस टाईप का ब्लॉगर हूँ, नहीं तो तुम्हारी सीरियसनेस का सर्टिफ़िकेट जरूर जारी कर देता। दोस्त ही तो दोस्त के काम आता है, कल ही शोले देखी है। जय ही तो गया था अपने दोस्त बीरू की सिफ़ारिश लेकर। जैसे उसे अपने दोस्त में सब गुण ही गुण नजर आते हैं, मुझे भी तुम बहुत सीरियस लेखक और टिप्पणीकार लगते है, लेकिन परेशानी फ़िर वही, मैं खुद नॉन-सीरियस..<br />भाई, नये ब्लॉगर्स को तो हम भी क्षमतानुसार कमेंट करते हैं, तुमने संशय में डाल दिया है।<br />डोंट वरी, बी हैप्पी:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-71937839154535069742011-02-21T18:09:52.772+05:302011-02-21T18:09:52.772+05:30बिलकुल गलत बात है यह ............... किसकी ??? दिव...बिलकुल गलत बात है यह ............... किसकी ??? दिव्या जी की भी और आपकी भी ............... दिव्या जी ने कहा की ----- "ब्लॉगजगत में ज्यादातर लोग उसी दिन निकलते हैं टिपण्णी करने के सफ़र पर जिस दिन वो अपने ब्लॉग पर नयी पोस्ट लगाते ।"<br /><br />अब यह तो कोई भी समझ सकता है की कोई बिचारा समय का मारा ब्लोगर अपने ही ब्लॉग पर कई दिनों में एक पोस्ट लगाता है तो दूसरे ब्लोगों पर कैसे रोज टिपण्णी करने पहुँच जाएगा ???? क्या महोदया जमीन से नाता तोड़ चुकी है, जो उन्हें जमीन से जुडी इतनी सी बात पकड़ में नहीं आयी !!!!!<br /><br />और आपकी यह बात भी गलत है की आपने हमें ब्लोगर आत्मसम्मान से जुड़े इतने प्रमुख मुद्दे पर विचार रखने से रोक दिया. मेरा प्रबल विरोध अपने विरुद्ध भी स्वीकारें :(Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-52648577651170665922011-02-21T10:31:59.675+05:302011-02-21T10:31:59.675+05:30ये गलत बात है अपनी बात कह दी और दूसरो को कहने का म...ये गलत बात है अपनी बात कह दी और दूसरो को कहने का मौका नहीं दिया , भाई टिपण्णी आप्शन क्यों बंद कर दिया | पूरी पोस्ट पढ़ने के बाद कितने ढेर सरे विचार आ गए थे सब बेकार गए, मुबारका हो अब आप भी इस पोस्ट के बाद उनकी हिट लिस्ट में शामिल हो गए होंगे |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-73705688712122346152011-02-20T18:46:54.628+05:302011-02-20T18:46:54.628+05:30kamaal hai itna mazedar post par koi tippni nahiN!...kamaal hai itna mazedar post par koi tippni nahiN!?<br />Aapko kya bataauN ki thik aisi hi ghatna mere sath kuchh hi din pahle ghati. farq bas itna raha ki mujhe kutte ke munh me hath nahiN daalne pade, pass me pade do bade patthar uthane se mamla nipat gaya.<br />antim, nishkarshaatmak pankitiyaaN bahut mazedar lagiN :<br /><br />वैसे कुत्ता काटे तो लोगों कि सहानभूति बटोरना मुश्किल होता है. अपना दर्द बताने पर लोग कहते हैं कि आपको कुत्ते ने अब काटा है पर आपकी हरकतें तो पहले से ही वैसी रही हैं. )Sanjay Groverhttps://www.blogger.com/profile/14146082223750059136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-12227667137853913392011-02-19T21:33:46.781+05:302011-02-19T21:33:46.781+05:30दीपक जी,
शीघ्र ही वह हुक सा उठने वाला दर्द भी जात...दीपक जी,<br /><br />शीघ्र ही वह हुक सा उठने वाला दर्द भी जाता रहे, शुभकामनाएं।<br />आप सीरियसली उन कटखने लक्षणों से बाहर आएं। हास्य-परिहास भी जरूरी है,पागलपन भी जरूरी है-मिरांडा फ़ेमसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-22431060451781141792011-02-19T19:17:47.963+05:302011-02-19T19:17:47.963+05:30be careful next time .be careful next time .Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-57942491491352337322011-02-17T10:54:44.933+05:302011-02-17T10:54:44.933+05:30कुकुर काट गयो तोहे तो विचारी बबुवा
ओरन को छाड़ तोह...कुकुर काट गयो तोहे तो विचारी बबुवा<br />ओरन को छाड़ तोहे को ही क्यों खाबुआ<br /><br />वैसे इसका जवाब मैं दे सकता हूँ की कुत्ते ने औरों को छोड़ आप को ही क्यों काटा ...............<br />हमारे राजस्थानी में एक कहावत है ___ "नाई, बामण, कूकरो, देख सके ना दुसरो" ......... मतलब नाई,ब्रह्मण और कुत्ता एक ही जगह पर अपने दूसरे समकक्ष को सहन नहीं कर सकता है...............बोले तो एक मयान में दो तलवारें नहीं आ सकती............... अब आपने उस कुकुर को जब ब्लोगर बना ही दिया, या ब्लोगर को कुकुर बना दिया तो .................... एक ब्लोगर दूसरे ब्लोगर को कैसे सहन करता बस काट खाया :)<br /><br />वैसे प्रतुल जी से इस बारे में अभी कुछ ही दिनों पहले सूचना मिली थी, पर विगत में आपसे संपर्क साधने के चलते मिले अनुभवों से डरते हुए चाहते हुए भी कुशल ना पूछ पाया, आशा है अब आप पूर्ण स्वस्थ होंगे.Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-65493000215891781802011-02-17T10:35:55.613+05:302011-02-17T10:35:55.613+05:30सही कहा जी अब सही बात तो वही करेगा जिसे कुत्ते ने ...सही कहा जी अब सही बात तो वही करेगा जिसे कुत्ते ने काटा हो,,<br /><br />चलो मैं भी कुत्ते से कटवा लूं<br /><br /><br />बहुत सुंदर रचना, करारा व्यंग। साधूवाद।Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-82970102898991406542011-02-17T09:36:36.248+05:302011-02-17T09:36:36.248+05:30पूरे चौदह लगे होंगे? तब कहीं जाकर सीरीयसनेस आयी है...पूरे चौदह लगे होंगे? तब कहीं जाकर सीरीयसनेस आयी है। अब ध्यान रखना, कहीं दोबारा गुर्रा ना दे।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-70027892023681380982011-02-16T22:15:01.570+05:302011-02-16T22:15:01.570+05:30और हाँ ..... "संजय @ मो सम कौन जी" की सल...और हाँ ..... "संजय @ मो सम कौन जी" की सलाह कोपी पेस्ट कर रहा हूँ<br /><br />"इलाज में लापरवाही न कीजियेगा । हंसी मजाक सिर्फ़ इसलिये है कि मुश्किल समय आसानी से कट सके।"एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-26470414391678386152011-02-16T22:04:19.160+05:302011-02-16T22:04:19.160+05:30जैसा मस्त आप लिखते हैं वैसी ही मस्त टिप्पणियाँ पढन...जैसा मस्त आप लिखते हैं वैसी ही मस्त टिप्पणियाँ पढने को मिलती हैं .. लेट आने में बहुत फायदा हुआ :)<br />साथ इसका आशय ये भी हुआ की आप उन खुशनसीब लेखकों में से हैं जिनके लेख पूरे पढ़े जाते है :))<br />प्रतुल जी की टिप्पणी सबसे मस्त लगी ... वो पढी तो आगे कुछ सूझा ही नहीं :))<br />सच बताऊँ ... पिछले कुछ दिनों से दिन तो मेरे भी असंतुलित चलते लग रहे हैं ("असंतुलित" का मतलब अपने को क्या पता की जो बात अपने को नहीं जँच रही वो सच में अपने लिए "अच्छी" है या "बुरी" ..... ये तो वक्त ही बतायेगा न !)एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-65485573312437242252011-02-16T20:36:05.301+05:302011-02-16T20:36:05.301+05:30गिरिजेश जी, सुब्रमणियन साहब जैसे वरिष्ठ ब्लागर्स स...गिरिजेश जी, सुब्रमणियन साहब जैसे वरिष्ठ ब्लागर्स से सुसज्जित ’श्वान-पीड़ित ब्लॉगर्स एसोसियेशन’ की सदस्यता प्राप्त होने की बधाई। वैसे कुत्ता काट ले तो कुछ समय तक उसे जांच के दायरे में रखा जाता है, पता करवाना था कि ब्लागिंग शुरू तो नहीं कर दी उसने?<br /><br />एक संयोग ये है कि मैं एक पोस्ट लिखने वाला था कि ’अब मैं सीरियस ब्लागिंग करूंगा’ फ़िलहाल मुल्तवी:)<br /><br />ये मानते हुये कि वाकई ऐसा हुआ होगा, एक सलाह है - इलाज में लापरवाही न करना, बन्धु। हंसी मजाक सिर्फ़ इसलिये है कि मुश्किल समय आसानी से कट सके।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-70880428605918371942011-02-16T18:54:34.958+05:302011-02-16T18:54:34.958+05:30और आगे से ऐसी जगह नहीं जाना जहाँ कुत्ते पहचान लें ...<b><br />और आगे से ऐसी जगह नहीं जाना जहाँ कुत्ते पहचान लें ...मैं बहुत दिनों से सावधान रहता हूँ ! :-)<br />गिरिजेश राव का मामला पढने के लिए देखना है तो निम्न लिंक पर जाएँ !<br /><br /><a rel="nofollow">http://satish-saxena.blogspot.com/2010/08/blog-post_11.html</a>,<br /></b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-73907247716134045572011-02-16T18:31:54.366+05:302011-02-16T18:31:54.366+05:30@ अरविन्द जी ,
विचार शून्य साहब से ऐसी अपेक्षा आपन...@ अरविन्द जी ,<br />विचार शून्य साहब से ऐसी अपेक्षा आपने क्यों की :)<br /><br />@ विचार शून्य साहब ,<br />दर्द को रिलीज करते रहिएगा आराम मिलेगा :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-18791326044873384662011-02-16T17:12:59.313+05:302011-02-16T17:12:59.313+05:30न जाने मुझे क्यूं लगता रहा था कि आपको कुत्ता काटेग...न जाने मुझे क्यूं लगता रहा था कि आपको कुत्ता काटेगा जरुर जैसे गिरिजेश जी को काटा था या काटी थी ...आप वाली क्या थी /था ? देखा था क्या ?<br />बहरहाल अब स्वस्थ है अच्छा लगा और वह भी बिना ब्लागजगत की शुभकामनाओं के ही !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-61846515225873542722011-02-16T16:00:22.331+05:302011-02-16T16:00:22.331+05:30आज आप उस वौज्ञानिक को धन्यवाद दे रहे होंगे जिसने D...आज आप उस वौज्ञानिक को धन्यवाद दे रहे होंगे जिसने D.O.G. साहब के काटने पर नये इंजेक्शन को इजाद किया वरना सोचिये १४ वो भी पेट में, इसे गंभीरता से सोचिये दर्द कुछ कम हो जायेगा | <br /><br /> D.O.G. साहब को प्रमोशन चाहिए ( अब उसके नाम के आगे कटखौआ जोड़ जायेगा ) होगा या फिर अपने आकडे सुधार रहे होंगे अब तक .......|anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419007131331261482.post-47359517070964678012011-02-16T14:44:28.836+05:302011-02-16T14:44:28.836+05:30जनाब, पूरे घटनाक्रम पर विस्तृत नजर दौडाने के बाद ह...जनाब, पूरे घटनाक्रम पर विस्तृत नजर दौडाने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे है कि गलती सरासर आपकी थी ! कभी ठन्डे दिमाग से सोचियेगा कि अगर कोई आपके निजी जीवन में ताक-झांक करे, तो आपको कैसा लगेगा ? और आपने तो तब सारी हदें ही पार कर दी थी, जब अपनी पिछली पोस्ट ब्लॉगर पंच लक्षणं में एक शरीफ इन्सान, सॉरी कुत्ते को उसके बेहद निजी पलों वाले चित्र के साथ अपने ब्लॉग पर ही पर्दर्शनी के लिए टांग दिया ! शुक्र कीजिये कि उसने आपका सिर्फ पैर और हाथ ही ..........:) <br />उम्मीद है आप आगे से इसी तरह सीरियस ब्लोगर बने रहेगे !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com